NCERT Solutions for Class 12 Hindi Aroh Chapter 3 कविता के बहाने, बात सीधी थी पर

Our detailed NCERT Solutions for Class 12 Hindi Aroh Chapter 3 कविता के बहाने, बात सीधी थी पर Textbook Questions and Answers help students in exams as well as their daily homework routine.

कविता के बहाने, बात सीधी थी पर NCERT Solutions for Class 12 Hindi Aroh Chapter 3

कविता के बहाने, बात सीधी थी पर Questions and Answers Class 12 Hindi Aroh Chapter 3

कविता के साथ।

प्रश्न 1.
इस कविता के बहाने बताएँ कि ‘सब घर एक कर देने के माने’ क्या है? (C.P.S.E. Model Q. Paper 2008)
उत्तर
“सब घर एक कर देने के माने’ से अभिप्राय है सभी घरों को एक समान समझना तथा अपना-पराया, छोटा-बड़ा, मेरा-तेरा, जाति-धर्म, संप्रदाय आदि संकुचित भावनाओं को मिटाकर सबको एकसमान देखना। समाज में छोटे बच्चे का मन बहुत कोमल होता है। उसे किसी से भेदभाव, ईर्ष्या, द्वेष आदि नहीं होता, इसलिए वह अपने साथियों के साथ खेलने के लिए सभी घरों में जाता है। वह समस्त संकीर्णताओं को मिटाकर सभी घरों को एकसमान कर देता है।

प्रश्न 2.
‘उड़ने’ और ‘खिलने’ का कविता से क्या संबंध बनता है।
उत्तर :
कविता में ‘उड़ने’ का संबंध चिड़िया से है पर वह चिड़िया से भी बढ़कर कविता के उन भावों से है जो काल की सीमा को भी लाँघ कर स्वयं को प्रकट कर देते हैं। अतीत के भाव यदि वर्तमान तक पहुँचते हैं तो वे भविष्य में भी जाएँगे। चिड़िया की उड़ने की तो सीमित क्षमता है पर कविता में विद्यमान भावों की क्षमता तो असीम है। ‘खिलने’ का संबंध फूल से है, उसकी सुंदरता और उसकी मधुर गंध से है पर कविता में विद्यमान होने वाले सुंदर भावों और गुणों को भी यह प्रकट करता है।

फूल तो कुछ समय के लिए खिलकर अपना रंग-रूप प्रकट करता है, गंध फैलाता है लेकिन कविता तो युग-युगांतरों तक अपने गुण रूपी सुगंध को फैलाने की क्षमता रखती है। कवि ने प्रतीकात्मकता के प्रयोग से ‘उड़ने’ और ‘खिलने’ को अति व्यापकता प्रदान कर दी है और ये शाश्वत गुणों को व्यक्त करने वाले वाहक बन गए हैं।

NCERT Solutions for Class 12 Hindi Aroh Chapter 3 कविता के बहाने, बात सीधी थी पर

प्रश्न 3.
कविता और बच्चे को समानांतर रखने के क्या कारण हो सकते हैं?
अथवा
‘कविता के बहाने’ कविता में कविता और बच्चे को समानांतर रखने के क्या कारण हो सकते हैं? (C.B.S.E. 2018)
उत्तर :
कोई बच्चा इस सृष्टि में आकर इंसान की युगों पुरानी सभ्यता को वर्तमान में स्थापित करता है। युगों से हमारे पूर्वजों ने जिन-जिन जीवन मूल्यों की स्थापना की, उन्हें अगली पीढ़ी तक ले जाने के लिए वह तत्पर होता है। पुराने मूल्यों में वर्तमान का यथार्थ जोड़ता है और भविष्य की ओर बढ़ जाता है। कविता भी ऐसा ही करती है। कविता युगों पुराने भावों को वर्तमान के माध्यम से भविष्य की ओर लेकर आगे गति करती है।

कोई भी बच्चा खेलते-कूदते समय, स्थान और स्थिति का ध्यान न रखते हुए अपने भावों को व्यक्त कर देता है और कवि भी अपनी कविता के माध्यम से ऐसा ही करता है। कवि ने कविता और बच्चे को समानांतर रखा है क्योंकि इन दोनों के माध्यम से ही अतीत, वर्तमान और भविष्य आपस में जुड़ते हैं। बच्चे भी खेलते समय किसी की परवाह नहीं करते और कवि भी हर प्रकार के अच्छे-बुरे भावों को कविता के माध्यम से व्यक्त कर देते हैं।

प्रश्न 4.
कविता के संदर्भ में ‘बिना मुरझाए महकने के मान क्या है?
उत्तर :
कविता के माध्यम से कवि के मधुर भाव व्यक्त होते हैं जो अपने समय और समाज को सुगंध प्रदान करते हैं। उन भावों का प्रभाव क्षणिक नहीं होता, वे चिरस्थाई होते हैं। वे युग-युगांतर तक मानव सभ्यता को प्रभावित करते हैं। शाश्वत मूल्य तो मानव के लिए हर काल में संजीवनी का कार्य करते हैं। कविता में छिपे हुए श्रेष्ठ भाव और मूल्य तो बिना मुरझाए सदा महकते रहते हैं। अतीत से वे वर्तमान को प्राप्त हुए और वर्तमान से आने वाली पीढ़ियों को प्राप्त होंगे। उनके द्वारा ही मानव सभ्यता के उच्च जीवन-मूल्य गति प्राप्त करते रहेंगे।

NCERT Solutions for Class 12 Hindi Aroh Chapter 3 कविता के बहाने, बात सीधी थी पर

प्रश्न 5.
‘भाषा को सहूलियत’ से बरतने से क्या अभिप्राय है? (A.I C.B.S.E. Set-I. Outside Delhi 2013. 2017 Set-1, II, III)
उत्तर :
इस कथन के माध्यम से कवि यह कहना चाहता है कि जब भी हम कोई रचना करते हैं तो हमें उस समय अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए आडंबरपूर्ण भारी-भरकम समझ में न आने वाली शब्दावली का प्रयोग नहीं करना चाहिए। अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए हमें सहज, सरल, व्यावहारिक तथा सबकी समझ में आने वाली भाषा का प्रयोग करना चाहिए, जिससे कवि की भावनाओं को सहज तथा स्पष्ट रूप से समझा जा सके।

प्रश्न 6.
बात और भाषा परस्पर जुड़े होते हैं, किंतु कभी-कभी भाषा के चक्कर में ‘सीधी बात भी टेढ़ी हो जाती है, कैसे?
उत्तर
जब हम किसी को कोई बात कहना चाहते हैं तो उसके लिए हमें उन्हीं उचित शब्दों का चयन करना पड़ता है जिनसे हमारी बात उस व्यक्ति तक स्पष्ट रूप से पहुँच जाए और वह हमारी बात कहने का मतलब भी समझ जाए नहीं, तो कई बार सीधी बात भी टेढ़ी हो जाती है। जैसे हमने किसी को मारना नहीं है और हम कहते हैं ‘मारो, मत छोड़ो’ तो सुनने वाला उसे मार देगा। हमें कहना चाहिए था ‘मारो मत, छोड़ो’। इस प्रकार से सीधी बात भी टेढ़ी हो जाती है।

प्रश्न 7.
बात (कथ्य) के लिए नीचे दी गई विशेषताओं का उचित बिंबों/मुहावरों से मिलान करेंबिंब/मुहावरा
NCERT Solutions for Class 12 Hindi Aroh Chapter 3 कविता के बहाने, बात सीधी थी पर 1
उत्तर :
NCERT Solutions for Class 12 Hindi Aroh Chapter 3 कविता के बहाने, बात सीधी थी पर 2

कविता के आस-पास

प्रश्न बात से जुड़े कई मुहावरे प्रचलित हैं। कुछ मुहावरों का वाक्यों में प्रयोग करते हुए लिखिए।
उत्तर :
बात छेड़ना (चर्चा करना)-श्याम बात छेड़ तो देता है परंतु पूरी नहीं करता।
बात ही बात में (तुरंत)-मोहन हर काम बात ही बात में कर देता है।
बात को पीना (चुभती हुई बात को सह लेना)-श्रीकृष्ण शिशुपाल की अनेक बातों को पी गए।
बात रखना (इज्ज़त रखना)-लाला राम लाल ने कृष्ण लाल की बेटी का अपने पुत्र से बिना दहेज के विवाह करके उसकी बात रख ली।
बात हाँकना (बढ़-चढ़कर बातें करना)-राधे मोहन कुछ काम तो करता नहीं, बस बातें ही हाँकता रहता है।
इनके अतिरिक्त भी कुछ अन्य मुहावरे हैं-बात न करना, बात पकड़ना, बात पक्की करना, बात काटना, बात पूछना, बात निकलना, बात रह जाना, बात लगाना।

NCERT Solutions for Class 12 Hindi Aroh Chapter 3 कविता के बहाने, बात सीधी थी पर

व्याख्या करें

ज़ोर ज़बरदस्ती से
बात की चूड़ी मर गई
और वह भाषा में बेकार घूमने लगी।
उत्तर
इस पाठ का सप्रसंग व्याख्या भाग देखिए। चर्चा कीजिए

(i) आधुनिक युग में कविता की संभावनाओं पर चर्चा कीजिए।
(ii) चूड़ी, कील, पेंच आदि मूर्त उपमानों के माध्यम से कवि ने कथ्य की अमूर्तता को साकार किया है। भाषा को समृद्ध एवं संप्रेषणीय बनाने में बिंबों और उपमानों के महत्व पर परिसंवाद आयोजित करें।
उत्तर :
अपने अध्यापक/अध्यापिका की सहायता से स्वयं कीजिए।

आपसदारी

सुंदर है सुमन, विहग सुंदर
मानव तुम सबसे सुंदरतम।

(i) पंत की इस कविता में प्रकृति की तुलना में मनुष्य को अधिक सुंदर और समर्थ बताया गया है। ‘कविता के बहाने’ कविता में से इस आशय को अभिव्यक्त करने वाले बिंदुओं की तलाश करें।
उत्तर
पंत की कविता में प्रकृति की तुलना में मनुष्य को अधिक सुंदर और समर्थ बताया गया है और ठीक वैसे ही ‘कुँवर नारायण’ की कविता में भी बच्चे के माध्यम से मानव के गुणों को परोक्ष रूप में व्यक्त किया गया है। मनुष्य में अपार रचनात्मक ऊर्जा है जिसे वह हर-संभव स्थान पर प्रकट करने को सदा तत्पर रहता है।

(ii) प्रतापनारायण मिश्र का निबंध ‘बात’ और नागार्जुन की कविता ‘बातें’ ढूँढ़कर पढ़ें।
उत्तर
विद्यार्थी पुस्तकालय से पुस्तक लेकर स्वयं पढ़ें।

NCERT Solutions for Class 12 Hindi Aroh Chapter 3 कविता के बहाने, बात सीधी थी पर

error: Content is protected !!