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नौबतखाने में इबादत Class 10 MCQs Questions with Answers
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Question 1.
किनके गीतों को सुनकर अमीरुद्दीन की गायकी में रुचि बढ़ी?
(a) के.एल. सहगल के
(b) सुरेन्द्र और कमल बारूद के
(c) नूरजहाँ के
(d) रसुलनबाई बतूलन बाई के
Answer
Answer: (d) रसुलनबाई बतूलन बाई के
रसुलनबाई बतूलन बाई के गीतों को सुनकर।
Question 2.
बिस्मिल्ला खाँ की शहनाई में क्या समाया हुआ था?
(a) संगीत के सातों सुर
(b) स्वयं परवरदिगार
(c) गंगा माँ तथा उसके उस्ताद की नसीहतें
(d) उपर्युक्त सभी
Answer
Answer: (d) उपर्युक्त सभी
सभी कथन सत्य हैं।
Question 3.
‘शहनाई की दुनिया में डुमराँव को क्यों याद किया जाता है?
(a) डुमराँव की सोन नदी के किनारों पर उगने वाली नरकट घास से शहनाई बनती है
(b) डुमराँव उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ की जन्म स्थलो है
(c) बिस्मिल्ला खाँ के परदादा उस्ताद सलार खाँ डुमराँव के निवासी थे
(d) उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं
Answer
Answer: (d) उपर्युक्त सभी कथन सत्य हैं
सभी कथन सत्य हैं।
Question 4.
सुषिर वाद्यों से क्या अभिप्राय है?
(a) शीत ऋतु में बजाया जाने वाला राग
(b) एक तरह का तबला वादन
(c) फूंककर बजाए जाने वाले वाद्य
(d) इनमें से कोई नहीं
Answer
Answer: (c) फूंककर बजाए जाने वाले वाद्य ।
Question 5.
शहनाई को क्या उपाधि दी गई है?
(a) मंगल ध्वनि का वाद्य
(b) मधुर ध्वनि का वाद्य
(c) सुषिर वाद्यों में शाह की उपाधि
(d) उपर्युक्त सभी
Answer
Answer: (c) सुषिर वाद्यों में शाह की उपाधि
शहनाई को सुषिर वायों में शाह की उपाधि दी गई है।
Question 6.
कुलसुम की देसी घी में बनी कचौड़ी को क्या कहते
(a) खस्ता कचौड़ी
(b) संगीतमय कचौड़ी
(c) सुमधुर कचौड़ी
(d) जायकेदार कचौड़ी
Answer
Answer: (b) संगीतमय कचौड़ी
संगीतमय कचौड़ी कहा जाता है।
Question 7.
बिस्मिल्ला खाँ के लिए शहनाई और काशी क्या हैं?
(a) जीवन का आधार
(b) जन्नत से बढ़कर
(c) आजीविका का आधार
(d) उपर्युक्त सभी
Answer
Answer: (b) जन्नत से बढ़कर
बिस्मिल्ला खाँ के लिए शहनाई एवं काशी जन्नत से भी बढ़कर हैं।
Question 8.
यतीन्द्र मिश्र का जन्म कब और कहाँ हुआ?
(a) उत्तर प्रदेश के अयोध्या नगर में सन् 1977 में
(b) लखनऊ में सन् 1967 में
(c) काशी में सन् 1957 में
(d) मथुरा में सन् 1947 में
Answer
Answer: (a) उत्तर प्रदेश के अयोध्या नगर में सन् 1977 में
अयोध्या में सन् 1977 में यतीन्द्रनाथ का जन्म हुआ था।
Question 9.
‘नौबत खाने में इबादत’ पाठ किसके बारे में लिखा गया है ?
(a) सालिम अली के
(b) अमजद अली के
(c) कैफ़ी आज़मी के
(d) उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ के
Answer
Answer: (d) उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ के
उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ के बारे में।
Question 10.
उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ का बचपन का नाम क्या था?
(a) शमसुद्दीन
(b) अमीरुद्दीन
(c) ग्यासुद्दीन
(d) कुतबुद्दीन
Answer
Answer: (b) अमीरुद्दीन
इनके बचपन का नाम अमीरुद्दीन था।
Question 11.
भीमपलासी और मुल्तानी क्या है?
(a) एक मिट्टी के दो नाम
(b) एक तरह का खाद्य
(c) एक तरह का राग
(d) इनमें से कोई नहीं
Answer
Answer: (c) एक तरह का राग
ये दोनों एक तरह के राग हैं।
Question 12.
शहनाई की ध्वनि को कैसी ध्वनि कहा जाता है?
(a) मंगल ध्वनि
(b) मेघ ध्वनि
(c) सुमधुर ध्वनि
(d) कर्ण प्रिय ध्वनि
Answer
Answer: (a) मंगल ध्वनि
शहनाई की ध्वनि को मंगल ध्वनि कहा जाता है।
Question 13.
अमीरुद्दीन का जन्म कहाँ हुआ?
(a) मिथिला में
(b) पटना में
(c) वाराणसी में
(d) बिहार के डुमराँव गाँव में
Answer
Answer: (d) बिहार के डुमराँव गाँव में
अमीरुद्दीन का जन्म बिहार के डुमराँव गाँव में हुआ।
Question 14.
बालाजी के मंदिर तक जाने का कौन-सा रास्ता अमीरुद्दीन को पसंद था?
(a) सुलोचना के घर से होकर जाने वाला
(b) निम्मी के घर से होकर जाने वाला
(c) रसुलन बाई बतूलन बाई के घर से होकर जाने वाला
(d) मधुबाला के घर से होकर जाने वाला
Answer
Answer: (c) रसुलनबाई बतूलन बाई के घर से होकर जाने वाला।
गद्यांश पर आधारित बहुविकल्पीय प्रश्न
(1)
काशी में संगीत आयोजन की एक प्राचीन एवं अद्भुत परम्परा है। यह आयोजन पिछले कई बरसों से संकटमोचन मंदिर में होता आया है। यह मंदिर शहर के दक्षिण में लंका पर स्थित है व हनुमान जयंती के अवसर पर यहाँ पाँच दिनों तक शास्त्रीय एवं उपशास्त्रीय गायन-वादन की उत्कृष्टं सभा होती है। इसमें बिस्मिल्ला खाँ अवश्य रहते हैं। अपने मज़हब के प्रति अत्यधिक समर्पित उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ की श्रद्धा काशी विश्वनाथ जी के प्रति भी अपार है। वे जब भी काशी से बाहर रहते हैं तब विश्वनाथ व बालाजी मंदिर की दिशा की ओर मुँह करके बैठते हैं, थोड़ी देर ही सही, मगर उसी ओर शहनाई का प्याला घुमा दिया जाता है और भीतर की आस्था रीड के माध्यम से बजती है। खाँ साहब की एक रीड 15 से 20 मिनट के अंदर गीली हो जाती है तब वे दूसरी रीड का इस्तेमाल कर लिया करते हैं।
Question 1.
लेखक ने यहाँ किस परम्परा की बात की है?
(a) संगीत आयोजन
(b) नृत्य समारोह
(c) साहित्य सम्मेलन
(d) कवि सम्मेलन
Answer
Answer: (a) संगीत आयोजन
संगीत का आयोजन होता है।
Question 2.
संकट मोचन मंदिर में संगीत का आयोजन कब होता
(a) होली के अवसर पर
(b) हनुमान जयंती के अवसर पर
(c) दीपावली पर
(d) मुहर्रम के अवसर पर
Answer
Answer: (b) हनुमान जयंती के अवसर पर।
Question 3.
काशी विश्वनाथ के प्रति बिस्मिल्ला खाँ अपनी श्रद्धा किस प्रकार दर्शाते हैं ?
(a) वे काशी की ओर मुँह करके बैठते हैं
(b) वे अपनी शहनाई का प्याला काशी की ओर घुमा देते हैं
(c) ‘a’ और ‘b’ दोनों कथन सत्य हैं
(d) केवल ‘क’ कथन सत्य है
Answer
Answer: (c) ‘a’ और ‘b’ दोनों कथन सत्य हैं
काशी की ओर मुँह करके बैठते हैं और शहनाई का प्याला भी उधर ही घुमाकर शहनाई बजाते हैं।
Question 4.
यहाँ रीड का क्या आशय है?
(a) कमर की हड्डी का नाम रीड है
(b) रीड नरकट घास से बनती है। शहनाई के अंदर रीड से ही ध्वनि उत्पन्न होती है
(c) रीड शहनाई के प्याले को कहते हैं
(d) रीड एक संगीत परंपरा का नाम है
Answer
Answer: (b) रीड नरकट घास से बनती है। शहनाई के अंदर रीड से ही ध्वनि उत्पन्न होती है।
Question 5.
अत्यधिक शब्द का संधि-विच्छेद कीजिए ?
(a) अत्य + अधिक
(b) अत् + अधिक
(c) अत्या + अधिक
(d) अति + अधिक
Answer
Answer: (d) अति + अधिक
(2)
अमीरुद्दीन का जन्म डुमराँव, बिहार के एक संगीत-प्रेमी परिवार में हुआ है। 5-6 वर्ष डुमराँव में बिताकर वह नाना के घर, ननिहाल काशी में आ गया है। डुमराँव का इतिहास में कोई स्थान बनता हो, ऐसा नहीं लगा कभी भी। पर यह ज़रूर है कि शहनाई और डुमराँव एक-दूसरे के लिए उपयोगी हैं। शहनाई बजाने के लिए रीड का प्रयोग होता है। रीड अंदर से पोली होती है जिसके सहारे शहनाई को फूंका जाता है। रीड, नरकट (एक प्रकार की घास) से बनाई जाती है जो डुमराँव में मुख्यतः सोन नदी के किनारों पर पाई जाती है। इतनी ही महत्ता है इस समय डुमराँव की जिसके कारण शहनाई जैसा वाद्य बजता है। फिर अमीरुद्दीन जो हम सबके प्रिय हैं, अपने उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ साहब हैं। उनका जन्म-स्थान भी डुमराँव ही है। इनके परदादा उस्ताद सलार हुसैन खाँ डुमराँव निवासी थे। बिस्मिल्ला खाँ उस्ताद पैगंबरबख्श खाँ और मिट्ठन के छोटे साहबजादे हैं।
Question 1.
बिस्मिल्ला खाँ का बचपन का क्या नाम था?
(a) शमशुद्दीन
(b) बदरुद्दीन
(c) अमीरुद्दीन
(d) शहाबुद्दीन
Answer
Answer: (c) अमीरुद्दीन।
Question 2.
अमीरुद्दीन का जन्म कहाँ हुआ था ?
(a) काशी में
(b) डुमराँव में
(c) लखनऊ में
(d) इलाहाबाद में
Answer
Answer: (b) डुमराँव में
डुमराँव बिहार में।
Question 3.
रीड का प्रयोग किसके लिए होता है?
(a) नृत्य के लिए
(b) शहनाई बजाने के लिए
(c) तबला बजाने के लिए
(d) सितार बजाने के लिए
Answer
Answer: (b) शहनाई बजाने के लिए।
Question 4.
बिस्मिल्ला खाँ के परदादा का क्या नाम था?
(a) शमशुघीन
(b) शहाबुद्दीन
(c) अमीरुद्दीन
(d) उस्ताद सलार हुसैन
Answer
Answer: (d) उस्ताद सलार हुसैन
Question 5.
डुमराँव में कौन-सी नदी बहती है?
(a) गंगा
(b) कोसी
(c) सोन
(d) बेतवा
Answer
Answer: (c) सोन
सोन नदी।
(3)
वैदिक इतिहास में शहनाई का कोई उल्लेख नहीं मिलता। इसे संगीत शास्त्रांतर्गत ‘सुषिर-वाद्यों’ में गिना जाता है। अरब देश में फूंककर बजाए जाने वाले वाद्य जिसमें नाड़ी (नरकट या रीड) होती है, को ‘नय’ बोलते हैं। शहनाई को ‘शाहेनय’ अर्थात् ‘सुषिर वाद्यों में शाह’ की उपाधि दी गई है। सोलहवीं शताब्दी के उत्तरार्द्ध में तानसेन के द्वारा रची बंदिश, जो संगीत राग कल्पद्रुप से प्राप्त होती है, में शहनाई, मुरली, वंशी, शृंगी एवं मुरछंग आदि का वर्णन आया है।
अवधी पारंपरिक लोकगीतों एवं चैती में शहनाई का उल्लेख बार-बार मिलता है। मंगल का परिवेश प्रतिष्ठिता करने वाल यह वाद्य इन जगहों पर मांगलिक विधि-विधानों के अवसर पर ही प्रयुक्त हुआ है। दक्षिण भारत के मंगल वाद्य ‘नागस्वरम्’ की तरह शहनाई, प्रभाती की मंगलध्वनि का संपूरक है।
शहनाई के इसी मंगलध्वनि के नायक बिस्मिल्ला खाँ साहब अस्सी बरस से सुर माँग रहे हैं। सच्चे सुर की नेमत। अस्सी बरस की पाँचों वक्त वाली नमाज़ इसी सुर को पाने की प्रार्थन में खर्च हो जाती है। लाखों सज़दे, इसी एक सच्चे सुर की इबादत में खुदा के आगे झुकते है।
Question 1.
‘सुषिर-वाद्य’ का क्या अर्थ है?
(a) जो मधुर ध्वनि उत्पन्न करते हों
(b) जो फूंक कर बजाए जाने वाले वाद्य हों
(c) हारमोनियम की तरह के वाद्यों को सुषिर वाद्य कहते हैं
(d) जो वाद्य देखने में सुंदर हो
Answer
Answer: (b) जो फूंक कर बजाए जाने वाले वाद्य हों।
Question 2.
‘शाहेनय’ किस वाद्य को कहा जाता है?
(a) शहनाई को
(b) सितार को
(c) तबले को
(d) हारमोनियम को
Answer
Answer: (a) शहनाई को
शहनाई को कहा जाता है।
Question 3.
किस भाषा के लोकगीतों में शहनाई का उल्लेख मिलता
(a) ब्रज भाषा
(b) छत्तीसगढ़ी
(c) अवधी भाषा
(d) भोजपुरी
Answer
Answer: (c) अवधी भाषा
अवधी भाषा में
Question 4.
शहनाई की ध्वनि कैसी है ?
(a) मंगल ध्वनि
(b) मधुर ध्वनि
(c) कर्कश ध्वनि
(d) इनमें से कोई नहीं
Answer
Answer: (a) मंगल ध्वनि।
Question 5.
बिस्मिल्ला खाँ अस्सी बरस से किस चीज की माँग कर रहे हैं ?
(a) शहनाई की
(b) धन एवं शौहरत की
(c) सुरों की
(d) सुषिर वाद्य की
Answer
Answer: (c) सुरों की
सुरों की माँग कर रहे हैं।
(4)
बिस्मिल्ला खाँ और शहनाई के साथ जिस एक मुस्लिम पर्व का नाम जुड़ा हुआ है, वह मुहर्रम है। मुहर्रम का महीना वह होता है जिसमें शिया मुसलमान हज़रत इमाम हुसैन एवं उनके कुछ वंशजों के प्रति अज़ादारी (शोक मनाना) मनाते हैं। पूरे दस दिनों का शोक । वे बताते हैं कि उनके खानदान का कोई व्यक्ति मुहर्रम के दिनों में न तो शहनाई बजाता है, न ही किसी संगीत के कार्यक्रम में शिरकत ही करता है। आठवीं तारीख उनके लिए खास महत्त्व की है। इस दिन खाँ साहब खड़े होकर शहनाई बजाते हैं व दालमंडी में फातमान के करीब आठ किलोमीटर की दूरी तक पैदल रोते हुए, नौहा बजाते जाते हैं। इस दिन कोई राग नहीं बजता। राग-रागिनियों की अदायगी का निषेध है इस दिन। उनकी आँखें इमाम हुसैन और उनके परिवार के लोगों की शहादत में नम रहती हैं। अज़ादारी होती है। हज़ारों आँखें नम। हज़ार बरस की परंपरा पुनर्जीवित। मुहर्रम संपन्न होता है। एक बड़े कलाकार का सहज मानवीय रूप ऐसे अवसर पर आसानी से दिख जाता है।
Question 1.
मुहर्रम के महीने में मुसलमान क्या करते हैं ?
Answer
Answer:
संकेत-
- शिया मुसलमान हजरत इमाम हुसैन एवं उनके वंशजों के प्रति शोक प्रकट करते हैं।
Question 2.
बिस्मिल्ला खाँ मुहर्रम के अवसर पर क्या करते हैं ?
Answer
Answer:
संकेत-
- वे किसी संगीत कार्यक्रम में भाग नहीं लेते
- वे आठ तारीख को शहनाई बजाते हैं
- वे आठ किलोमीटर तक पैदल ही रोते हुए नौहा बजाते जाते हैं।
Question 3.
मुहर्रम के दिन किस-किस का निषेध है ?
Answer
Answer:
संकेत-
- इस दिन कोई राग नहीं बजाया जाता
- सभी राग-रागिनियों का निषेध है।
Question 4.
मुहर्रम के अवसर पर बिस्मिल्ला खाँ का कैसा रूप सामने आता है ?
Answer
Answer:
संकेत-
- सहज मानवीय रूप
- धर्म के प्रति समर्पित रूप।
Question 5.
मुहर्रम क्यों मनाया जाता है?
Answer
Answer:
संकेत :
- इमाम हुसैन और उनके परिवार की सहादत के कारण
- इस दिन इन लोगों को मार दिया गया था।
(5)
काशी संस्कृति की पाठशाला है। शास्त्रों में आनंदकानन के नाम से प्रतिष्ठित। काशी में कलाधर हनुमान व नृत्य-विश्वनाथ हैं। काशी में बिस्मिल्ला खाँ हैं। काशी में हज़ारों सालों का इतिहास है जिसमें पंडित कंठे महाराज हैं, विद्याधरी हैं, बड़े रामदास जी हैं, मौजुद्दीन खाँ हैं व इन रसिकों से उपकृत होने वाला अपार जन-समूह है। यह एक अलग काशी है जिसकी अलग तहज़ीब है, अपनी बोली और अपने विशिष्ट लोग हैं। इनके अपने उत्सव हैं, अपना गम। अपना सेहरा-बन्ना और अपना नौहा। आप यहाँ संगीत को भक्ति से, भक्ति को किसी भी धर्म के कलाकार से, कजरी को चैती से, विश्वनाथ को विशालाक्षी से, बिस्मिल्ला खाँ को गंगाद्वार से अलग करके नहीं देख सकते।
Question 1.
काशी को संस्कृति की पाठशाला क्यों कहा गया है?
Answer
Answer:
संकेत-
- काशी भारतीय संस्कृति की धरोहर है
- काशी में कलाधर हनुमान व नृत्य विश्वनाथ हैं
- भारतीय संस्कृति से जुड़े लोग यहाँ हुए हैं।
Question 2.
काशी को लेखक ने और नगरों से अलग क्यों कहा है?
Answer
Answer:
संकेत-
- काशी में गंगा जमना संस्कृति का मिश्रित रूप देखने को मिलता है
- यहाँ भक्ति की गंगा निरंतर प्रवाहित होती रहती है।
Question 3.
इस गद्यांश में किन-किन महान विभूतियों का उल्लेख हुआ है?
Answer
Answer:
संकेत-
- पंडित कंठे महाराज
- विद्याधरी
- रामदास
- मौजुद्दीन खाँ।
Question 4.
काशी में एकरूपता किस प्रकार विद्यमान है?
Answer
Answer:
संकेत-
- यहाँ हिन्दू-मुसलिम का फर्क नज़र नहीं आता
- बिस्मिल्ला खाँ की दिनचर्या में सबसे पहले हनुमान मंदिर में शहनाई बजाना शामिल था।
Question 5.
सेहरा-बन्ना और नौहा कब बजाए जाते हैं ?
Answer
Answer:
संकेत :
- सेहरा-बन्ना विवाह आदि के अवसर पर
- नौहा गम के क्षणों में; जैसे-मुहर्रम।
(6)
सचमुच हैरान करती है काशी-पक्का महाल से जैसे मलाई बरफ़ गया, संगीत, साहित्य और अदब की बहुत सारी परंपराएँ लुप्त हो गईं। एक सच्चे सुर साधक और सामाजिक की भाँति बिस्मिल्ला खाँ साहब को इन सबकी कमी खलती है। काशी में जिस तरह बाबा विश्वनाथ और बिस्मिल्ला खाँ एक दूसरे के पूरक रहे हैं, उसी तरह मुहर्रम-ताजिया और होली-अबीर, गुलाल की गंगा-जमुनी संस्कृति भी एक दूसरे के पूरक रहे हैं। अभी जल्दी ही बहुत कुछ इतिहास बन चुका है। अभी आगे बहुत कुछ इतिहास बन जाएगा। फिर भी कुछ बचा है जो सिर्फ काशी में है। काशी आज भी संगीत के स्वर पर जगती और उसी की थापों पर सोती है। काशी में मरण भी | मंगल माना गया है। काशी आनंदकानन है। सबसे बड़ी बात है कि काशी के पास उस्ताद बिस्मिल्ला खाँ जैसा लय और सुर की तमीज सिखाने वाला नायाब हीरा रहा हैं जो हमेशा से दो कौमों को एक होने व आपस में भाईचारे के साथ रहने की प्रेरणा देता रहा।
Question 1.
काशी में बिस्मिल्ला खाँ को किन की कमी खलती है?
Answer
Answer:
संकेत-
- मलाई बरफ़ की
- साहित्य और अदब की परंपराएँ।
Question 2.
लेखक ने किन-किन को एक दूसरे का पूरक बताया है?
Answer
Answer:
संकेत-
- बाबा विश्वनाथ और बिस्मिल्ला खाँ
- मुहर्रम-ताजिया और होली-अबीर, गुलाल की गंगा-जमुनी संस्कृति।
Question 3.
काशी की सबसे बड़ी विशेषता क्या है?
Answer
Answer:
संकेत-
- काशी संगीत के स्वर पर जगती है और उसी की थापों पर सोती है
- काशी में मरण भी मंगलदायक होता है।
Question 4.
बिस्मिल्ला खाँ साम्प्रदायिक सद्भाव रखने में किस प्रकार सहायक हैं ?
Answer
Answer:
संकेत-
- बिस्मिल्ला खाँ के लिए गंगा मैया का बहुत महत्त्व है
- बिस्मिल्ला खाँ हनुमान मंदिर में शहनाई बजाते थे
- बिस्मिल्ला खाँ काशी की संस्कृति के पुजारी रहे हैं।
Question 5.
बिस्मिल्ला खाँ कैसा हीरा है?
Answer
Answer:
संकेत-
- लय और सुर की तमीज़ सिखाने वाला नायाब हीरा।
बोधात्मक-प्रश्न
Question 1.
काशी में संगीत आयोजन की अद्भुत परंपरा की क्या विशेषता है?
Answer
Answer:
संकेत बिंदु :
- यहाँ संगीत का आयोजन पिछले कई बरसों से होता आ रहा हैं
- हनुमान जयंती के अवसर पर यहाँ पाँच दिनों तक शास्त्रीय एवं उपशास्त्रीय गायन की सभा होती है
Question 2.
बिस्मिल्ला खाँ की जमीन जायदाद शहनाई और उनकी फूंक थी। टिप्पणी कीजिए ?
Answer
Answer:
संकेत बिंदु :
- बिस्मिल्ला खाँ ने शहनाई बजाकर मिलने वाले पारिश्रामिक से अपने परिवार को पाला
- शहनाई ही उनकी जीविका का आधार थी।
Question 3.
बिस्मिल्ला खाँ कैसा जीवन जिए ?
Answer
Answer:
संकेत बिंदु :
- वे बहुत सादगी के साथ अपने परिवार को एक जगह समेटकर रहे
- वे खाँटी बनारसी थे
- उन्होंने अपनी शहनाई से दुनिया को चमत्कृत किया
- उन्होंने अपनी पारंपरिक जीवन-शैली नहीं बदली।
Question 4.
बिस्मिल्ला खाँ को किस बात का पक्का यकीन था?
Answer
Answer:
संकेत बिंदु :
- ईश्वर उन्हें सच्चा सुर प्रदान करेगा
- उनकी मुराद पूरी हो जाएगी।
Question 5.
बिस्मिल्ला खाँ पर रसुलन बाई बतूलन बाई का क्या प्रभाव पड़ा ?
Answer
Answer:
संकेत बिंदु :
- उनके कारण बिस्मिल्ला खाँ की संगीत में रुचि बढ़ी
- वे शहनाई के सरताज बन गए।
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